भगवान शिव समस्त लोक के स्वामी हैं.भगवान शिव को प्रसन्न करने का अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए रुद्राभिषेक(rudrabhishek) कराया जाता है.
अगर कोई काम या मनोकामना पूर्ण नहीं हो रही है तो, भगवान शिव का रुद्राभिषेक कराएं.आपकी वह कामना अवश्य पूर्ण होगी.
रुद्राभिषेक(rudrabhishek) कराने से ग्रह नक्षत्रों और रोग दोषों के कुप्रभाव से भी मुक्ति मिलती है.भगवान शिव का रुद्राभिषेक कराने से व्यक्ति को मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है.
सुख समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है.सारे काम बनते हैं इसे बहुत प्रभाव कारी माना जाता है. इसको कराने से भगवान प्रसन्न होते हैं.वे व्यक्ति के हर कष्ट दूर कर देते हैं.
सावन मे रुद्राभिषेक(rudrabhishek) का सबसे ज्यादा महत्व है. सावन की शिवरात्रि और नागपंचमी को कराया गया रुद्राभिषेक(rudrabhishek) विशेष फलदाई माना जाता है.
रुद्राभिषेक(rudrabhishek) कई तरह का होता है अलग-अलग मनोकामना की पूर्ति के लिए अलग-अलग चीजों से भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाता है.
1– जल से रुद्राभिषेक….कहा जाता है कि भगवान शिव का सिर्फ सच्चे मन से अगर जल से अभिषेक किया जाए तो उससे ही वह प्रसन्न हो जाते हैं. और अपने भक्त की हर इच्छा पूरी करते हैं
अगर कुछ ना हो तो सिर्फ जल से ही रुद्राभिषेक आप खुद कर सकते हैं. यानी कि आप जल चढ़ाकर भी भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं.
2– पंचामृत से रुद्राभिषेक …. भगवान शिव का पंचामृत से भी रुद्राभिषेककिया जाता है.दूध दही घी शहद गंगा जल मिलाकर इस से पंचामृत तैयार करें और भगवान शिव का अभिषेक करें या करवाएं. पंचामृत से अभिषेक करने से घर में धन संपदा बढ़ती है और सुख प्राप्त होते हैं.
3– दूध से रुद्राभिषेक…. अपनी श्रद्धा अनुसार आप भगवान शिव का दूध से रुद्राभिषेक कर सकते हैं. सवा लीटर या जितना आपका समर्थ हो,उतने दूध का आप अभिषेक करवा सकते हैं. माना जाता है कि दूध से अभिषेक करवाने से व्यक्ति दीर्घायु होता है और कष्ट मिटते हैं.और परेशानियों का अंत होता है.
4–दही से रुद्राभिषेक…. संतान सुख की प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर दही से भी अभिषेक किया जाता है.इस से संतान की प्राप्ति होती है भवन वाहन का सुख प्राप्त होता है.
5– शहद से रुद्राभिषेक…. शहद से भी शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है शहद से अभिषेक करने से व्यक्ति की सुख समृद्धि पाने की कामना पूर्ण होती है. व्यक्ति के जीवन से दुर्भाग्य और परेशानियों का अंत होता है और जीवन सुखमय होता है.
6– घी से रुद्राभिषेक….भगवान शिव का घी से भी अभिषेक किया जाता है. घी से अभिषेक कराने से हर प्रकार की शारीरिक रोग कष्ट समाप्त होते हैं.बीमारी सही होती है.कमजोरी दूर होती है.
7– सरसों के तेल से रुद्राभिषेक…. शत्रु को शांत करने के लिए भगवान शिव का सरसों के तेल से रुद्राभिषेक किया जाता है इससे शत्रु परास्त होते हैं और परेशानियां खत्म होती हैं.
8– गन्ने के रस से रुद्राभिषेक…. स्थाई लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से रुद्राभिषेक किया जाता है. लक्ष्मी की चाह वाले लोगों को गन्ने के रस से रुद्राभिषेक कराना या करना चाहिए. कहा जाता है कि यह बहुत शुभ होता है.
अगर आप खुद रुद्राभिषेक कर रहे हैं तो पहले आप रुद्राभिषेक करने के लिए तिथि और वार अवश्य किसी सुयोग पंडित से निकलवा लें.
रुद्राभिषेक विशेष तिथियों पर ही करना चाहिए तभी इसका पूर्ण फल मिलता है. और किसी पंडित से करा रहे हैं तो, आपको वह सब बता ही देंगे.
रुद्राभिषेक के लिए क्या-क्या सामग्री चाहिए उसे भी समझ ले….
सादा जल.. गंगाजल.. धूप..फूल बत्ती.. घी..दिया..फूल माला.. पांच प्रकार का नेवैध यानी कि मिठाई.. पांच प्रकार के फल.. ताजा दूध.. दही.. शहद.. बूरा.. गुलाब जल.. कपूर..लोंग..छोटी इलायची.. सुपारी.. बेलपत्र.. धतूरा..मिश्री दाने..कलावा..जनेऊ.. काले तिल..जौ..वस्त्र..आदि
( यह लेख सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित है कृपया किसी योग्य ज्योतिष या पंडित से सलाह लेकर जब इस कार्य को करें.)
धन्यवाद !!!!! 🙏🙏🙏🙏🙏