पद्म पुराण एवं अन्य ग्रंथो के अनुसार कहा गया है कि जो व्यक्ति पितृपक्ष में अपनी सामर्थ के अनुसार विधि विधान और श्रद्धा से अपने पितरों(pitron) के निमित्त श्राद्ध करता है तो, पितरों (pitron)की कृपा से उस व्यक्ति की हर इच्छा पूर्ण होती है.
उसको और उसके परिवार को कृपा के साथ-साथ उनका पूर्ण आशीर्वाद भी प्राप्त होता है.
इससे घर में सुख शांति समृद्धि आती है व्यापार में उन्नति होती है और सब काम पूर्ण होते हैं. पितरों (pitron)के प्रसन्न होने से कार्य बिना रुकावट के पूर्ण होते हैं
पितरों(pitron) के नाराज होने पर बनते काम बिगड़ते हैं. कुछ ना कुछ परेशानी लगी रहती है काम धंधा भी सही नहीं चलता है ऐसी बहुत सी परेशानियां बनी रहती हैं.
इसलिए पितृ पक्ष में प्रत्येक व्यक्ति को अपने सामर्थ के अनुसार अवश्य श्राद्ध और तर्पण करना चाहिए जिससे पितृ प्रसन्न हो सके हैं.
श्राद्ध पक्ष में उन्हें प्रसन्न करने के लिए यथा शक्ति कार्य करने चाहिए क्योंकि इन दिनों हमारे पूर्वज पृथ्वी पर अपने परिवार को देखने आते हैं.इसलिए उन्हें प्रसन्न करें उनका आशीर्वाद लें ताकि वह हमें देखकर खुश हो सके.
पूर्वजों को हम पितृपक्ष में अपने कुछ कार्य द्वारा प्रसन्न कर सकते हैं तो चलिए समझ लेते हैं कि हम ऐसा क्या करें कि हमारे पूर्वज हमारे पितृ हमसे और हमारे परिवार से खुश हो जाएं और अपनी कृपा दृष्टि हमारे परिवार पर बनाए रखें.
पितरों (pitron)को सरल तरीके से प्रसन्न करें इस प्रकार ….
1– उन्हें प्रणाम करें– प्रतिदिन सुबह उठकर सबसे पहले उन्हें प्रणाम करें
2– घर की सफाई करें–पूरे घर की सफाई करें घर में गंगाजल का छिड़काव करके घर को शुद्ध करें.
2– पितरों को जल दें– हर सुबह स्नान करने के पश्चात दक्षिण मुख हो कर उन्हें जल दें. जल मे काली तिल गंगा जल मिला लें उन्हें याद करते हुए उनका स्मरण करके एक बर्तन में अंगूठे की सहायता से उन्हें 11 बार जल अर्पित करें.जल से पितृ प्रसन्न होते हैं और तृप्त होते हैं.
3– दान करें– पितरों को पसन्न करने के लिए गरीबों को दान अवश्य करें.गरीबों को असहायों को भोजन करायें.कपड़े जूते चप्पल छाता आदि कुछ भी पितरों के निमित्त दान करें ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं.
4– उनकी तिथि पर भोजन करायें — पितृपक्ष में पितरों की तिथि पर ब्राह्मणों को अपने घर बुलाकर उन्हें भोजन कराएं. उनकों दान दक्षिणा दें.उनसे आशीर्वाद लें ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं.
5– उनकी तस्वीर लगायें — घर के दक्षिण पश्चिम कोने में उनकी तस्वीर लगायें.उनकी पूजा करें उन्हें याद करें ऐसा करने से भी पितृ प्रसन्न होते हैं और घर में सुख शांति आती है उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है.
6– हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें– पितरों को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करना भी अच्छा माना जाता है.इससे पितृ प्रसन्न होते हैं आप सुंदरकांड का पाठ भी कर सकते हैं इससे भी पितरों की कृपा प्राप्त होती है
7– गीता का पाठ करें– पितृ पक्ष में अपने पितरों अपने पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए आप प्रतिदिन भागवत गीता का सातवां अध्याय या फिर मार्कंडेय पुराण के पितृ स्तुति का पाठ भी कर सकते हैं.
इसे आप नियम को प्रतिदिन पूरे पितृ पक्ष में करें ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा बरसाते हैं
8– धूप दें– अमावस्या और पूर्णिमा तेरस चौदस वाले दिन घर में गुड घी की संध्या के समय धूप दे इससे भी पितृ प्रसन्न होते हैं.
9– अमावस्या के दिन खाना अवश्य खिलाएं– पितरों को प्रसन्न करने के लिए अमावस्या के दिन ब्राह्मणों को भोजन कराएं.उन्हें अपने सामर्थ्य के अनुसार दान दें और उनके नाम से कपड़े भी दे सकते हैं. काली चीजों का दान करें गाय को हरा खिलाएं और कुछ ना कुछ काले कुत्ते को भी अवश्य खिलाएं.
ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और तृप्त होते हैं उनकी कृपा से हर दोष समाप्त होता है तो आप पितृपक्ष में अपनी यथा शक्ति अपने पितरों को पसन्न करें उनका आशीर्वाद लें.ताकि आपके घर में सुख समृद्धि और खुशियां आए.
( यह लेख सामान्य जानकारी और मान्यताओ पर आधारित है)
धन्यवाद!!!