हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया (akshaya tritiya)का बहुत ही महत्व माना जाता है जैसे हम और त्योहार मनाते हैं.वैसे ही इसे भी हम उन्ही त्योहारों की तरह मनाते हैं.पंचांगों के अनुसार अक्षय तृतीया (akshaya tritiya)हर साल वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है.
अक्षय का अर्थ है इसका नाश न होना छय ना होना माना जाता है.कहा जाता है कि अक्षय तृतीया (akshaya tritiya)की तिथि को अबूझी तिथि माना जाता है.यानी कि किसी भी शुभ काम के लिए बिना निकाली हुई तिथि.
यानी कि किसी भी शुभ कार्य के लिए अगर कोई शुभ तिथि न मिल पा रही हो तो उस शुभ कार्य को अक्षय तृतीया(akshaya tritiya) की तिथि को करना बेहद शुभ माना जाता है.
अक्षय तृतीया (akshaya tritiya)की तिथि होने पर कोई भी शुभ मांगलिक कार्य जैसे कि गृह प्रवेश मुंडन नया व्यापार शुरू करना
मकान खरीदना आदि जैसे शुभ काम को हम अक्षय तृतीया (akshaya tritiya)की तिथि को कर सकते हैं.
क्योंकि अक्षय तृतीया (akshaya tritiya)की तिथि बेहद ही शुभ मानी जाती है.इसलिए बिना विचार और बिना मुहूर्त के अक्षय तृतीया akshaya tritiya)के दिन आप बेफिक्र होकर मांगलिक काम संपन्न कर सकते हैं.
अक्षय तृतीया का क्या है महत्व…. अक्षय तृतीया को अक्षय तृतीया(akshaya tritya) के अलावा परशुराम जयंती और आखा तीज के नाम से भी मनाया जाता है. हिंदू धर्म के साथ-साथ अक्षय तृतीया के पर्व को जैन धर्म मे भी पूर्ण भक्ति के साथ मनाया जाता है. अन्य तिथियां से ज्यादा अक्षय तृतीया की तिथि को बेहद महत्व पूर्ण माना जाता है.
इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की होती है पूजा…. इस दिन यानी कि अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा का विधान है.इस दिन आप पूरे विधि विधान के साथ मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें.
और मां लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान विष्णु के किसी भी मंत्र का 108 बार जाप करें.इससे घर में शांति और सुख संपत्ति आती है.
सोना खरीदना माना जाता है बेहद शुभ…. अक्षय तृतीया (akshaya tritiya) के दिन कहते हैं कि सोना खरीदना बेहद शुभ माना जाता है. लेकिन आप अगर सोना खरीदने मे समर्थ नहीं है तो इसके अलावा आप चांदी तांबा पीतल का कुछ भी सामान ले सकते हैं इन्हें खरीदना भी शुभ माना जाता है इस दिन नया घर वाहन खरीदना भी शुभ होता है.
कब है अक्षय तृतीया क्या है शुभ मुहूर्त…. इस बार अक्षय तृतीया 2024 में अक्षय तृतीया(akshaya tritiya) के पर्व को 10 मई को मनाया जाएगा.यानी कि अक्षय तृतीया की तिथि की शुरुआत 10 मई की प्रातः काल 04 बज कर 17 मिनट पर होगी और इस तिथि का समापन 11 मई की सुबह 02 बज कर 50 मिनट पर होगी.
इस बार उदया तिथि होने के कारण अक्षय तृतीया (akshaya tritiya)का पर्व 10 मई दिन शुक्रवार 2024 को मनाया जाएगा.
अक्षय तृतीया के दिन कैसे करें पूजा क्या है शुभ विधि….अक्षय तृतीया का हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्व होने के कारण इसे विशेष तिथि मानते हैं अक्षय तृतीया (akshaya tritiya) को सब मुहूर्तओं मे सर्व सिद्धि मुहूर्त माना जाता है.
जो बहुत ही शुभ होता है.
इस दिन सुबह उठ कर घर की सफाई करें. स्नान करके स्वच्छ कपड़े धारण करें.पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें.घर को शुद्ध करें.
फिर घर में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर पर गंगा जल छिड़क कर रोली कुम कुम से टीका लगाए. फल फूल अर्पित करें.धूप दीप करें.देसी घी का दीपक लगायें.सफेद और पीले मीठे का भोग लगाये.
यथा शक्ति इस दिन दान करें.जैसे कि जौ सत्तू ककड़ी आदि. पूजा हो सके तो पूरा परिवार बैठ कर करें.ऐसा करने से घर के सदस्यों में आपसी स्नेह और सम्मान की भावना बढ़ती है.
इस दिन विधि विधान से पूजा करने से भगवान विष्णु के साथ-साथ माँ लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है. घर में सुख समृद्धि और खुशियां आती हैं.
Disclaimer– यह लेख सामान्य घरेलू जानकारी और मान्यताओं पर आधारित है
धन्यवाद…. 🙏🙏