हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले त्योहारों में दिवाली (diwali)यानि की दीपावली का बहुत ही ज्यादा महत्व है.
दिवाली खुशियों का त्यौहार है इसे रोशनी का त्यौहार भी कहा जाता है.क्योंकि इसी दिन भगवान राम जी 14 वर्ष का वनवास काट कर माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अपने घर अयोध्या लौटे थे.
उन्हीं के वापस लौटने की खुशी में दिवाली (diwali)का त्यौहार मनाया जाता है.इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है.इससे व्यक्ति को धन सुख समृद्धि प्राप्त होती है.
दिवाली (diwali)5 दिन तक मनाया जाने वाला त्यौहार है जो धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक के दिन तक मनाया जाता है.
इन 5 दिनों में पहले दिन धनतेरस दूसरे दिन छोटी दिवाली(diwali) या नरक चतुर्दशी तीसरे दिन दिवाली चौथे दिन गोवर्धन पूजा और पांचवें दिन भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है.
तो चलिए जानते हैं कि इस बार यह 5 दिन तक मनाने वाला दिवाली(diwali) का त्यौहार कब है कौन से दिन पड़ेगा और क्या है महत्व इसका…..
हिंदू पंचांगों के अनुसार दिवाली(diwali) त्योहार हर साल कार्तिक माह के 15 वें दिन में मनाई जाती है जो की अमावस्या की तिथि होती है.
इस बार दिवाली(diwali) 2023 में 12 नवंबर रविवार को पड़ेगी यह दीपों का त्यौहार है पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है.
दिवाली(diwali) के त्यौहार की शुरुआत धनतेरस वाले दिन से शुरू होती है….
1– धनतेरस– इस बार धनतेरस 10 नवंबर को शुक्रवार के दिन पड़ेगी. इस दिन मां लक्ष्मी को समर्पित दिन शुक्रवार है.
जो की बहुत ही शुभ दिन माना जाता है. धनतेरस वाले दिन माता लक्ष्मी के साथ भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है.
मान्यताओं और शास्त्रों के अनुसार जो समुद्र मंथन हुआ था उसी समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे.
भगवान धन्वंतरि का आयुर्वेद मे बहुत बड़ा स्थान माना जाता है.
उन्हीं के प्रकट होने के कारण धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है जो की दिवाली (diwali)की शुरुआत का त्यौहार है.
2– नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली(diwali)– धनतेरस के दूसरे दिन नरक चतुर्दशी का त्यौहार मनाया जाता है.जो कि इस बार 11 नवंबर 2023 को शनिवार के दिन मनाया जाएगा.
इसे छोटी दिवाली(diwali) के नाम से भी जाना जाता है.शास्त्रों और पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर नाम के राक्षस का वध किया था.
इस लिए इसी खुशी में यह दिन त्यौहार की तरह मनाया जाता है. जिसे हम सब छोटी दिवाली (diwali)के नाम से भी जानते हैं.
3– दिवाली– 5 दिन तक दिवाली का त्योहार मनाए जाने वाले दिनों में दिवाली(diwali) तीसरे दिन पड़ती है.जो कि इस बार 12 नवंबर दिन रविवार 2023 को पड़ेगी.
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान राम रावण का वध करने के पश्चात इस दिन 14 वर्ष का वनवास काट के माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अपने घर अयोध्या लौटे थे.
जो कि अयोध्या वासियों के लिए खुशियों का दिन था. उन्होंने भगवान राम जी के लौटने की खुशी में पूरे अयोध्या नगरी को दीपों से सजाकर उनका स्वागत किया था.
तभी से इस दिवाली (diwali)के पर्व को त्यौहार के रूप में मनाया जाता है.
4– गोवर्धन की पूजा– दिवाली वाले दिन के अगले दिन गोवर्धन की पूजा का पर्व मनाया जाता है जो कि इस बार
13 नवंबर दिन सोमवार 2023 को मनाया जाएगा.
इस दिन भगवान गोवर्धन की पूजा की जाती है मान्यताओं और पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने मथुरा वासियों को इंद्र के प्रकोप से बचाया था.
क्योंकि इंद्र के प्रकोप से बारिश होने के कारण पूरे गांव वासी परेशान थे. इन्हें बचाने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को ही उठा लिया था. इसी के उपलक्ष में गोवर्धन पूजा की जाने लगी.
5– भाई दूज — भाई दूज दिवाली त्योहार के 5 वें दिन मनाई जाती है. जो कि इस बार 15 नवंबर दिन बुधवार 2023 को मनाई जाएगी.
इस दिन बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक करती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं इसके बदले भाई उनकी रक्षा का वचन देते हैं और शगुन के तौर पर भाई बहन को पैसे गिफ्ट आदि देते हैं.
चलिए दिवाली का 5 दिन का त्यौहार किस-किस दिन है उसे भी जान लेते हैं…..
1– धनतेरस 10 नवंबर 2023 दिन शुक्रवार
2– नरक चतुर्दशी यानी की छोटी दिवाली–11 नवंबर 2023 दिन शनिवार
3– दिवाली– 12 नवंबर 2023 दिन रविवार
4– गोवर्धन पूजा– 13 नवंबर 2023 दिन सोमवार
5– भाई दूज– 15 नवंबर 2023 दिन बुधवार
दिवाली पर लक्ष्मी गणेश पूजन का है बेहद महत्व — दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश की पूजा का सबसे ज्यादा महत्व है.
दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश के साथ-साथ भगवान कुबेर माता सरस्वती और हनुमान जी की पूजा भी की जाती है.
दिवाली की पूजा पूरे विधि विधान के साथ करनी चाहिए. समय और मुहूर्त का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए कहते हैं कि ऐसा करना बेहद शुभ और फलदाई होता है
इससे घर में सुख समृद्धि उन्नति तरक्की आती है.जिसे बेहद शुभ माना जाता है इस दिन पूरे घर को दीपों से सजाया जाता है और खुशियां मनाई जाती हैं.
( Disclaimer–यह लेख सामान्य घरेलू जानकारी और मान्यताओं पर आधारित है)
धन्यवाद !!!!! 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏