तांबा यानी की कॉपर को एक लोकप्रिय पुरानी धातु का रूप माना जाता है.

इसे धारण करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, रोग दूर होते हैं.

तांबे की अंगूठी को धारण करने से,सूर्य से संबंधित दोष दूर होते हैं.

तांबे की अंगूठी धारण करने से, व्यक्ति का रक्तचाप स्थिर होता है.

तांबे की अंगूठी पहनने से,दिल से जुड़ी बीमारी दूर होती है दिल स्वस्थ रहता है.

ताँबे का छल्ला या कड़ा पहनने से, गठिया जोड़ों की समस्या दूर होती है. और सूजन कम करने में भी सहायक है

तांबे का छल्ला धारण करने से,त्वचा से संबंधित सामान्य बीमारियों से बचाव होता है त्वचा ठीक होती है.

कहा जाता है कि अर्थराइटस के मरीजों को, तांबे का छल्ला या कड़ा अवश्य धारण करना चाहिये.

तांबे की अंगूठी या कड़ा हमारे शरीर के संपर्क में रहने से, शरीर का सारा विष बाहर निकाल देता है, और फायदा पहुंचाता है.

तांबे का प्रयोग हम रोज पानी और अपने खाने के जरिए भी करते हैं जो बहुत फायदा पहुंचाता है.