भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए पंचामृत चढ़ाया जाता है.
भगवान शिव को पंचामृत से स्नान कराने से व्यक्ति की मनोकामना पूर्ण होती है.
भगवान शिव को पंचामृत से स्नान कराने से व्यक्ति की मनोकामना पूर्ण होती है.
पंचामृत से भगवान शिव का रुद्राभिषेक कराने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.
रुद्राभिषेक का अनुष्ठान परिवार और जीवन में सफलता की मंगल कामना पूरी करता है.
पंचामृत पांच चीजों को मिलाकर बनाया जाता है.
कच्चा दूध दही घी शहद मिश्री या शक्कर को मिलाकर पंचामृत तैयार किया जाता है.
शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने से पहले जल से स्नान कराना चाहिए.
फिर कच्चे दूध से दही घी शहद शक्कर से एक-एक करके स्नान कराएं.
बाद में इन चीजों को एक साथ मिलाकर भगवान शिव को स्नान कराएं.
शिव का पंचामृत से अभिषेक करने से बहुत सारे फायदे हैं.
व्यक्ति की इच्छा पूर्ति होती है. धन संपदा प्राप्त होती है. काम पूरे होते हैं.
तांबे के लोटे से दूध दही पंचामृत नहीं चढ़ाना चाहिए.
तांबे के लोटे में दूध दही पंचामृत नहीं रखना चाहिए ना खुद प्रयोग करना चाहिए.ये जहरीला हो जाता है.
शिवलिंग पर जल तांबे के लोटे से चढ़ा सकते हैं,लेकिन पंचामृत नहीं.
(ये लेख सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित.कृपया पंडित जी से सलाह लेकर जब करें.)