आश्विन महीने की अमावस्या की तिथि को सर्व पितृ अमावस्या कहा जाता है
आश्विन महीने की अमावस्या की तिथि को सर्व पितृ अमावस्या कहा जाता है
सर्व पितृ अमावस्या श्राद्ध का आखिरी दिन होता है
सर्व पितृ अमावस्या श्राद्ध का आखिरी दिन होता है
इस दिन शनिवार का दिन है तो इसे शनिचरी अमावस्या भी कह सकते हैं
इस दिन शनिवार का दिन है तो इसे शनिचरी अमावस्या भी कह सकते हैं
शनिवार के दिन अमावस्या पड़ने के कारण इस अमावस्या का महत्व बढ़ जाता है
शनिवार के दिन अमावस्या पड़ने के कारण इस अमावस्या का महत्व बढ़ जाता है
इस दिन आप पितरों के आशीर्वाद के लिए यह काम करें...
इस दिन आप पितरों के आशीर्वाद के लिए यह काम करें...
इस दिन पितरों के निमित्त दान पिंडदान तर्पण श्राद्ध करना चाहिए
इस दिन पितरों के निमित्त दान पिंडदान तर्पण श्राद्ध करना चाहिए
इससे पितरों को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है
इससे पितरों को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है
पितरों की शांति के लिए गीता के सातवें अध्याय का पाठ करें
पितरों की शांति के लिए गीता के सातवें अध्याय का पाठ करें
इस दिन इस पाठ को करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है
इस दिन इस पाठ को करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है
इस दिन आप उन पितरों का श्राद्ध कर सकते हैं जिनकी तिथि पता नहीं होती है
इस दिन आप उन पितरों का श्राद्ध कर सकते हैं जिनकी तिथि पता नहीं होती है
भोजन के बाद ब्राह्मणों को दान दे चरण छूये इस से पितृ प्रसन्न होते हैं
भोजन के बाद ब्राह्मणों को दान दे चरण छूये इस से पितृ प्रसन्न होते हैं
गरीबों को अपनी यथाशक्ति वस्त्र आदि का दान करें
इस दिन गौशाला में जाकर गाय को हरा चारा डालें
गरीबों को अपनी यथाशक्ति वस्त्र आदि का दान करें
इस दिन गौशाला में जाकर गाय को हरा चारा डालें