शनि जयंती शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए एक बेहद शुभ अवसर है, इस का लाभ उठाएं.
इस दिन शनि देव से संबंधित सरल, मगर अचूक उपाय करके उन्हें मनाए, उन्हें प्रसन्न करके अपना काम बनाएं.
शनि जयंती पर सरसों के तेल में अपनी छाया देखकर दान करें.इससे परेशानियां खत्म होती हैं.
बंदरों को काले चने,गुड़,केला आदि जो संभव हो, अवश्य खिलाएं.
शनि जयंती पर सुख समृद्धि के लिए चीटियों के भोजन की व्यवस्था करें. उन्हें भुने आटे में शक्कर काला तिल मिलाकर खिलाएं.
शनि पीड़ा को दूर करने के लिए, सरसों के तेल का दिया पीपल के नीचे जलाएं.
पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें.
एक गोला ले भुना आटा और शक्कर मिलाकर,उसमें भरकर किसी पेड़ के नीचे गाड़ दें.
हनुमान जी का मंत्र ओम हनुमते नमः और शनि मंत्र ओम सं शनिश्चराय नमः का 108 बार जाप करें.
मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर डालें.
शनि से संबंधित चीजें काला तिल, काला छाता,काला जूता, काली चप्पल,काली साबुत उड़द,काले वस्त्र गरीबों को दान करें.